*प्रिय जनपदवासियों*
*जैसा कि आप सबको पता है कि अयोध्या मामले में शनिवार को मा. उच्चतम न्यायालय की पांच जजों की बेंच का फैसला होना सम्भावित है।*
अतः आप सबसे अपील है कि *किसी भी तरह का मैसेज फॉरवर्ड करने से पहले उसकी सत्यता अवश्य जांच लें। बेहतर होगा कि जो मैसेज आपसे सीधे संबंधित न हो, उसे नहीं फॉरवर्ड करें। अन्यथा आपके द्वारा किया गया एक भी गलत मैसेज लाखों लोगों के लिए मुसीबत का सबब और प्रदेश और जनपद के माहौल को खराब करने का कारण बन सकता है।* जिसके जिम्मेदार पूरी तरह से आप होंगे। *उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया (व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि) की पूरी निगरानी कर रही है।*
*बावजूद इसके अगर कोई यह सोचकर कि पकड़ा नहीं जाऊंगा और गलत मैसेज फॉरवर्ड करता है तो यह उसकी गलतफहमी होगी।*
*पुलिस और प्रशसान आपके सहयोग और सहायता के लिए तत्पर है।* और आप से भी अपेक्षा करते है कि आप हमरा पूरा सहयोग करेंगे।
*हम यह भी अपेक्षा करते हैं कि *अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ 112 नंबर, ट्विटर सेवा अथवा निकटतम थाने के थाना अध्यक्ष या प्रभारी निरीक्षक को सूचना देंगे।*
यदि आपके क्षेत्र में *कोई अनजान व्यक्ति या समूह सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय के विरोध में भड़काने की कोशिश करता है या बरगलाने की कोशिश करता है* तो उसकी भी सूचना तत्काल लोकल पुलिस को दें या जनपद में बने कंट्रोल रूम में टाॅल फ्री नं 05732-282828 या फोन न. 05732-231854 पर दें।
*हम आपको विश्वास दिलाते हैं की जनपद के अमन-चैन से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आएंगे और कार्रवाई करेंगे।साथ ही आपकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखेंगे।*
*जिलाधिकारी बुलंदशहर*