जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाण् प्रवीन गौतम ने बताया पोलियो अभियान के लिये चलाये गये विशेष अभियान के तहत रिपोर्टिंग से लेकर वैक्सीन वाइज स्टॉक आदि की जानकारी रखी जा रही है। इससे नियमित टीकाकरण को बढ़ावा मिलेगा और वैक्सीन को तापमान के उतार चढ़ाव से बचाया जा जाएगा। वैक्सीन खराब होने की आशंका कम रहेगी और बच्चों को शत प्रतिशत वैक्सीन दिया सकेगा। उन्होंने बताया इससे पूर्व तापमान मापक यंत्र से वैक्सीन फ्रीजर का तापमान दिन में दो बार मापा जाता थाए इससे वैक्सीन खराब होने की आशंका अधिक रहती थी।
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गड़बड़ी होते ही मोबाइल पर मिल जाता है मैसेज
डॉ गौतम ने बताया जिले में सभी अस्पतालों में आनलाइन टेम्परेचर मशीन लगायी गयी है जिससे बच्चों को लगने वाले टीके के बारे में सारी जानकारी मोबाइल पर मौजूद है। उन्होंने बताया वैक्सीन ठीक रखने के लिये 2 से 8 आईएलआर टेम्परेचर होना चाहिए। यूएनडीपी 24 घंटे निगरानी करता है। दवा की उपलब्धता से लेकर फ्रीजर के तापमान तक की जानकारी विभागीय अधिकारी के संज्ञान में रहती है। अधिक तापमान होने पर फ्रीजर में न सिर्फ अलार्म बजेगा, बल्कि संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के मोबाइल पर मैसेज भी पहुंच जाएगा कि वैक्सीन फ्रीजर का तापमान कम या अधिक है । तापमान लॉगर के माध्यम से पदाधिकारी अस्पतालों में उपलब्ध वैक्सीन की जानकारी रख सकेंगे और जरूरत पडऩे पर दूसरे अस्पतालों का वैक्सीन उपलब्ध भी करा सकेंगे। खास बात यह कि सारी प्रक्रिया राज्य मुख्यालय की देखरेख में संचालित होगी। वैक्सीन सुरक्षित रखने के लिये स्वास्थ्य विभाग यूएनडीपी के सहयोग से अस्पतालों में कोल्ड चेन प्वाइंट खोल रहा है। इस मौके पर यूएनडीपी के शिव कुमार ने प्रोजेक्टर के माध्यम से जिले से आये कर्मचारियों को जागरूक किया। इस मौके पर सीएमओ डा. राजकुमार ने बेहतर काम करने के लिये मवाना के आईओ राजीव कुमारए अर्बन नगलाबटटू की गीता रानी व हस्तिनापुर के रामअवतार सैनी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।